मां के जनाजे में नहीं जा सके अदनान सामी:पाकिस्तान ने वीजा देने से इनकार किया, सिंगर बोले- मां मर गई, पूरा जनाजा वॉट्सऐप वीडियो पर देखा
|अदनान सामी ने पाकिस्तानी नागरिकता छोड़कर भारतीय नागरिकता ले ली है। इस बात से नाराज पाकिस्तान सरकार ने उन्हें अपनी मां के जनाजे में शामिल होने की अनुमति नहीं दी। इस बात का खुलासा उन्होंने खुद एक इंटरव्यू में किया। उन्होंने बताया कि जब 2024 में उनकी मां का निधन हुआ, तब पाकिस्तान जाने के लिए वीजा के लिए आवेदन किया, लेकिन उनकी एप्लिकेशन को रिजेक्ट कर दिया गया। 2024 में हुआ था अदनान सामी की मां का निधन 7 अक्टूबर 2024 को अदनान सामी की मां का निधन हो गया था। मां के निधन पर सिंगर ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट भी शेयर की थी, जिसमें उन्होंने लिखा था, ‘मैं बहुत दुख के साथ हमारी प्यारी मां बेगम नौरीन सामी खान के निधन के बारे में बता रहा हूं। इस समय हम गहरे दुख में डूबे हुए हैं। वह एक अविश्वसनीय महिला थीं, जिन्होंने हर व्यक्ति के साथ प्यार और खुशी शेयर की। हम उन्हें बहुत याद करेंगे। कृपया उनकी दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना करें। अल्लाह हमारी प्यारी मां को जन्नत-उल-फिरदौस में दें…आमीन…’। हाल ही में सिंगर ने किया खुलासा आप की अदालत में अदनान सामी ने कहा, कुछ महीने पहले मेरी मां का इंतकाल हुआ। हम सिर्फ दो भाई हैं। मेरे वालिद साहब का इंतकाल हुआ था 2009 में। मां का इंतकाल बहुत बड़ा सदमा था, क्योंकि उन्हें किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी। बस ऊपरवाले का हुकुम हुआ और उन्हें बुला लिया गया। उनके जनाजे पर मैं जाना चाह रहा था। मैं सबसे बड़ा हूं। मैंने यहां (भारत) की सरकार से पूछा कि इस तरह हुआ है, मैं जाना चाहता हूं तो आपको कोई ऑब्जेक्शन तो नहीं, तो उन्होंने कहा कि आपकी मां का इंतकाल हुआ है आपको जरूर जाना चाहिए, हमें कोई दिक्कत नहीं है। वहां (पाकिस्तान) की जो हाई कमिशन हैं, वो भी बहुत अंडरस्टैंडिंग थीं। मैंने फिर वहां वीजा के लिए अप्लाई किया। उन्होंने रिफ्यूज कर दिया। मैंने कहा, मेरी मां मर गई है, मेरी मां का इंतकाल हुआ है। उन्होंने इनकार कर दिया। आगे अदनान सामी ने कहा, मैंने उनका पूरा जनाजा वॉट्सऐप वीडियो पर देखा है। ये कहते ही अदनान सामी भावुक हो गए। 2016 में ली थी इंडियन सिटिजनशिप बताते चलें कि अदनान सामी ने पाकिस्तान छोड़कर इंडियन सिटिजनशिप ले ली है। भारतीय नागरिकता मिलने के बाद उनसे पाकिस्तान में स्थित प्रॉपर्टी के मालिकाना हक भी छीन लिए गए थे। हालांकि, सिंगर को इसका कोई पछतावा नहीं है। बातचीत के दौरान रजत शर्मा ने उसने पूछा था कि जब पहलगाम आतंकी हमला हुआ, तब सारे पाकिस्तानियों को वापस भेजे जाने का ऐलान हुआ, तो क्या आपको डर लगा। इस पर सिंगर ने कहा, बिल्कुल नहीं। देखिए, एक दफा अगर आप बंध गए तो बंध गए। यहां उन्होंने मुझे सिर्फ सिटिजनशिप नहीं दी, बल्कि बहुत प्यार और इज्जत दी। मेरी जिंदगी का जो सफर है, जो मैंने काम किए हैं उसके तहत उन्होंने मुझे पद्मश्री दिया। वहां की सरकार ने मुझे कभी भी अवॉर्ड नहीं दिया।