71वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स- शाहरुख पहली बार बेस्ट एक्टर:12th फेल के लिए विक्रांत मैसी को भी अवॉर्ड, रानी मुखर्जी बेस्ट एक्ट्रेस; कटहल बेस्ट हिंदी फिल्म

दिल्ली में शुक्रवार को 71वें नेशनल अवॉर्ड्स का ऐलान हुआ। शाहरुख खान और विक्रांत मैसी संयुक्त रूप से बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला है। शाहरुख को फिल्म जवान और विक्रांत मैसी को ’12th फेल’ के लिए पुरस्कार मिला। फिल्म मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे के लिए रानी मुखर्जी को बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड दिया गया है। शाहरुख खान, विक्रांत मैसी और रानी मुखर्जी तीनों को पहली बार नेशनल अवॉर्ड मिला है। हिंदी फिल्म ‘सिर्फ एक बंदा काफी है’ को बेस्ट डायलॉग के लिए पुरस्कार मिला। इस फिल्म के डायलॉग दीपक किंगरानी ने लिखे हैं। शाहरुख खान और विक्रांत मैसी को पहली बार अवॉर्ड 71वें नेशनल अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर के लिए शाहरुख खान और विक्रांत मैसी को संयुक्त रूप से अवॉर्ड दिया गया है। शाहरुख को उनकी फिल्म ‘जवान’ और विक्रांत को ’12th फेल’ के लिए अवॉर्ड मिला है। ‘जवान’ एक एक्शन थ्रिलर फिल्म थी। इस फिल्म में शाहरुख डबल रोल में नजर आए थे। वहीं, विक्रांत की फिल्म बायोग्राफिकल ड्रामा थी। ये फिल्म आईपीएस ऑफिसर मनोज कुमार शर्मा और उनकी वाइफ आईआरएस ऑफिसर श्रद्धा जोशी के जीवन से प्रेरित थी। रानी मुखर्जी को भी पहली बार मिला है अवॉर्ड रानी मुखर्जी के 30 साल के करियर में ये उनका पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार है। उनकी फिल्म ‘मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ सच्ची घटना पर आधारित लीगल ड्रामा है। फिल्म सॉफ्टवेयर इंजीनियर सागरिका चक्रवर्ती की आत्मकथा ‘द जर्नी ऑफ ए मदर’ से प्रेरित है। आशिमा छिब्बर के डायरेक्शन वाली इस फिल्म में रानी ने सागरिका का रोल निभाया है। रानी ने मांओं को समर्पित किया अवॉर्ड अवॉर्ड जीतने के बाद रानी ने कहा- ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे के लिए मेरे करियर का पहला राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने पर मैं अभिभूत हूं। 30 साल के करियर में यह मेरा पहला नेशनल अवॉर्ड है। एक एक्टर के तौर पर, मैं भाग्यशाली रही हूं कि मुझे कुछ बेहतरीन फिल्मों में काम करने का मौका मिला और मुझे उनके लिए बहुत प्यार भी मिला। मैं ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नॉर्वे’ में मेरे काम को सम्मान देने के लिए नेशनल अवॉर्ड जूरी को धन्यवाद देती हूं। मैं इस खुशी को फिल्म की पूरी टीम, मेरे प्रोड्यूसर्स निखिल आडवाणी, मोनिशा और मधु, मेरी डायरेक्टर आशिमा छिब्बर, और उन सभी के साथ बांटना चाहती हूं जिन्होंने इस बेहद खास प्रोजेक्ट पर काम किया। यह फिल्म मातृत्व की ताकत का जश्न मनाती है। मेरे लिए यह पुरस्कार मेरे 30 साल के काम, अपने क्राफ्ट के प्रति मेरे समर्पण, जिसके साथ मैं एक गहरा आध्यात्मिक जुड़ाव महसूस करती हूं, और सिनेमा और हमारे इस खूबसूरत फिल्म इंडस्ट्री के प्रति मेरे जुनून को भी एक पहचान देता है। मैं अपना नेशनल अवॉर्ड दुनिया की सभी अद्भुत माताओं को समर्पित करती हूं। मां के प्यार और अपने बच्चों की रक्षा करने की उनकी शक्ति जैसा कुछ भी नहीं है। साल 2011 में जब सागरिका अपने पति अनुरूप भट्टाचार्य के साथ नॉर्वे में रहती थीं, तब उनके बच्चों को नॉर्वे के अधिकारियों ने ले लिया था। अपने बच्चों की कस्टडी के लिए सागरिका नॉर्वे सरकार से लड़ती है। फिल्म में उसी जर्नी को दिखाया गया है। कटहल को बेस्ट हिंदी फिल्म का अवॉर्ड मिलने पर प्रोड्यूसर्स ने जताई खुशी ‘कटहल-ए जैकफ्रूट मिस्ट्री’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिलने पर फिल्म की प्रोड्यूसर एकता कपूर और गुनीत मोंगा ने खुशी जाहिर की है। एकता कपूर ने जीत के बाद अपनी खुशी और आभार जताते हुए कहा, ‘मैं इस बड़े सम्मान के लिए ज्यूरी का धन्यवाद करती हूं। हमारे काम और कहानियों की पसंद को पहचान मिलना बेहद सुकून देने वाला है। मैं खुश हूं कि मुझे गुनीत मोंगा, अचिन जैन, बालाजी और नेटफ्लिक्स जैसे शानदार साथी मिले। मैं यह अवॉर्ड अपनी शानदार कास्ट और क्रू के साथ बांटना चाहती हूं, जिन्होंने इस फिल्म को कई तरीकों से संवारने में योगदान दिया।’ वहीं, गुनीत मोंगा ने कहा- ‘जब भी भारत के दिल से निकली किसी कहानी को सम्मान मिलता है, तो यह हर उस आवाज की जीत होती है, जिसे सुना जाना चाहिए। 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में ‘कटहल- ए जैकफ्रूट मिस्ट्री’ के लिए सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार पाकर हम बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इस सम्मान के लिए हम शब्दों से परे आभारी हैं। हमारे प्रतिभाशाली निर्देशक यशोवर्धन मिश्रा और उनके सह-लेखक अशोक मिश्रा को दिल से बधाई, जिन्होंने इतनी धारदार, मौलिक और इंसानियत से भरी कहानी रची।’ नेशनल अवॉर्ड्स से जुड़े अपडेट्स के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए…

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